उत्तर प्रदेश में सामने आया PM Kisan योजना में फर्जीवाड़ा, इनकम टैक्स भर रहे लोग भी ले रहे थे सम्मान निधि
PM Kisan Samman Nidhi: पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद विभाग सर्तक हो गया है. अब विभाग ने वसूली के लिए ऐसे फर्जी किसानों को नोटिस जारी किया है.
केंद्र सरकार ने देश के किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) चलायी है. इस योजना में लघु एवं सीमांत किसानों (Small Farmers) को साल में 6000 हजार रुपए दिए जाते हैं. उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में किसान सम्मान निधि योजना में 3 करोड रुपए का फर्जीवाड़ा (PM Kisan Yojana Fraud) सामने आया है. इसके तहत वैसे किसान भी इस योजना का लाभ ले रहे थे जो इनकम टैक्स भर रहे थे. योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता नहीं रखने के बावजूद किसानों नें इसका लाभ लिया है. 300 ऐसे दंपति थे जिन्होंने एक ही जमीन पर अलग-अलग निधि का लाभ ले लिया. अब ऐसे किसानों के खिलाफ कृषि विभाग ने नोटिस जारी करके उनसे वसूली करने का आदेश दिया है.
3 करोड़ का फर्जीवाड़ा होने का अनुमान
दरअसल बरेली के जनपद के 5.02 लाख किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए ऑनलाइन आवेदन (PM Kisan Application) किया था. आवेदन के साथ लगाई गई खतौनी के आधार पर किसानों को उनके खातों में सीधे रकम भेजी गई. मार्च 2019 से लेकर अब तक किसी किसान को पांच तो किसी को छह किस्त मिल चुकी हैं. एक किस्त में दो हजार रुपये मिलते हैं. जब भारत सरकार के स्तर पर आवेदनों के सत्यापन किया गया तो यह खुलासा हुआ है. असल में जब सत्यापन के दौरान इनकम टैक्स देने वाले किसानों का जिलेवार रिकॉर्ड खंगाला गया तो इन फर्जी किसानों की पोल खुल गई. बरेली जिले में तीन हजार से ज्यादा ऐसे किसान मिले जो योजना के पात्र ही नहीं थे. सरकार ने अपात्र किसानों का रिकॉर्ड कृषि विभाग को भेजा तो हड़कंप मच गया. इस तरह से बरेली जनपद में लगभग तीन करोड़ का फर्जीवाड़ा हो गया. इसमें ऐसी भी किसान हैं जो संविधानिक पद पर तैनात है तथा जिला पंचायत सदस्य विधायक और वर्तमान सांसद तथा राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी तथा आयकर अदा करने वाले किसान है.
जनप्रतिनिधि ने फर्जीवाड़े को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
बरेली के बिथरी विधानसभा के भाजपा विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़े को देश का दुर्भाग्य बताया. उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों कि चिंता है इसलिए उनके हित के लिए सरकार कार्य कर रही है. जिसके तहत किसानों के जीवन को बेहतर करने और उनकी कमाई बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है, लेकिन कुछ गलत लोग योजना का गलत फायदा उठा रहे हैं, जो गलत है.
फर्जी लाभार्थियों को जारी किए जा रहे हैं नोटिस
इस पूरे मामले में बरेली के जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लघु एवं सीमांत किसानों लाभ दिया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को तीन बराबर किस्तों में सालाना छह हजार रुपये मिलते हैं. इसके लिए जिन किसानों के नाम खतौनी में दर्ज थे, उनको आवेदन करने थे. जैसे ही योजना शुरू हुई तो लाभ उठाने के लिए तमाम किसानों ने आवेदन कर दिए. आवेदन के बाद कृषि विभाग 10 फीसदी आवेदनों की जांच करवाता है. वे किसान जो सैंवैधानिक पद पर तैनात हैं, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, विधायक, पूर्व या वर्तमान सांसद, राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी, पेंशनभोगी, आयकर देने वाले किसान हैं. उन्होंने ने भी पीएम सम्मान निधि योजना का लाभ उठाया है. उनसे वसूली के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं.
0 टिप्पणियाँ
Please do not enter any spas Link in the comment box.