सालाना तीन लाख रुपए से अधिक आमदनी वाले किसानों के राशन कार्ड
निरस्त किए जाएंगे. राजधानी लखनऊ में जिन 130 किसानों के कार्ड निरस्त किए गए हैं, उन सभी ने 2020-21 में सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के तहत तीन लाख से अधिक का
गेहूं और धान सरकारी क्रय केन्द्रों पर बेचा था
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार 10 सितंबर को 130 किसानों के राशनकार्ड निरस्त कर
दिए गये. कार्ड निरस्त करने की प्रदेश में यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले
हाथरस, झांसी, मैनपुरी में जहां सैकड़ों किसानों
के राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं तो वहीं संतकबीर नगर सहित कई जिलों में
किसानों को चिन्हित किया गया है जिनका राशनकार्ड आने वाले समय में निरस्त किया जा
सकता है. ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि आखिरी इन किसानों के राशनकार्ड निरस्त
क्यों किए जा रहे हैं.
क्यों निरस्त किए जा रहे राशन
कार्ड
उत्तर
प्रदेश की योगी सरकार ने अगस्त 2021 में ही कहा था कि अपात्रों के राशन
कार्ड निरस्त किए जाएंगे. सरकार ने कहा था जिन्हें जरूरत नहीं है, वे भी राशन कार्ड से राशन उठा रहे
हैं जिसकी वजह से बहुत से पात्रों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा. इसके बाद तक किया
गया सालाना तीन लाख रुपए से अधिक आमदनी वाले किसानों के राशन कार्ड निरस्त किए
जाएंगे. राजधानी लखनऊ में जिन 130 किसानों के कार्ड निरस्त किए गए हैं, उन सभी ने 2020-21 में सरकार की न्यूनतम समर्थन
मूल्य योजना के तहत तीन लाख से अधिक का गेहूं और धान सरकारी क्रय केन्द्रों पर
बेचा था. खबरों की मानें में पूरे प्रदेश में ऐसे 63,991 किसान हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में
शुक्रवार 10 सितंबर को 130 किसानों के राशनकार्ड निरस्त कर
दिए गये. कार्ड निरस्त करने की प्रदेश में यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले
हाथरस, झांसी, मैनपुरी में जहां सैकड़ों किसानों
के राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं तो वहीं संतकबीर नगर सहित कई जिलों में
किसानों को चिन्हित किया गया है जिनका राशनकार्ड आने वाले समय में निरस्त किया जा
सकता है. ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि आखिरी इन किसानों के राशनकार्ड निरस्त
क्यों किए जा रहे हैं.
क्यों निरस्त किए जा रहे राशन कार्ड
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने
अगस्त 2021 में ही कहा था कि अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे. सरकार
ने कहा था जिन्हें जरूरत नहीं है, वे भी राशन कार्ड से राशन उठा रहे हैं जिसकी वजह से बहुत से
पात्रों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा. इसके बाद तक किया गया सालाना तीन लाख रुपए
से अधिक आमदनी वाले किसानों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे. राजधानी लखनऊ में
जिन 130 किसानों के
कार्ड निरस्त किए गए हैं, उन सभी ने 2020-21 में सरकार की न्यूनतम समर्थन
मूल्य योजना के तहत तीन लाख से अधिक का गेहूं और धान सरकारी क्रय केन्द्रों पर
बेचा था. खबरों की मानें में पूरे प्रदेश में ऐसे 63,991 किसान हैं.
लखनऊ के किसानों की कमाई तीन लाख से ज्यादा, कार और ट्रैक्टर भी
लखनऊ में 130 राशन कार्ड निरस्त होने के बारे
में डीएसओ सुनील सिंह ने बताया कि 130 किसान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा
अधिनियम (एनएफएसए) के तहत अपात्र पाए गए है. सत्यापन के में कई किसानों के पास चार
पहिया वाहन, पांच एकड़
से ज्यादा जमीन मिली. दो किसानों की आय तो लगभग 10 लाख रुपए है. इसलिए इनके कार्ड
निरस्त किए गए.
हाथरस, झांसी, मैनपुरी में भी हुई कार्रवाई, संतकबीर नगर में चिन्हित
हाथरस, झांसी, मैनपुरी में जहां सैकड़ों किसानों
के राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं तो वहीं संतकबीर नगर में सैकड़ों ऐसे
किसानों को चिन्हित किया गया है. हाथरस में अब तक 80 किसानों के राशन कार्ड निरस्त किए
जा चुके हैं. इन किसानों ने भी मंडी में लाखों रुपए का धान और गेहूं बेचा था लेकिन
तथ्यों को छिपाया. इसी तरह जब झांसी में जांच हुई तो 118 किसान अपात्र पाए गए जिनके राशन
कार्ड रद्द कर दिए गए. इसके अलावाा संतकबीर नगर में ऐसे 599 किसानों को चिन्हित किया गया है, जल्द ही इन पर भी कार्रवाई हो
सकती है
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