Aadhaar UIDAI ने बंद कर दी ये सर्विस, अव क्या होगा जल्दी से करे यह काम

 


Aadhaar UIDAI ने बंद कर दी ये सर्विस, अव क्या


 होगा जल्दी से करे यह काम





 

 

UIDAI की ओर से यूजर्स को कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं लेकिन हाल ही में UIDAI ने आधार रिप्रिंट कराने की सुविधा को बंद कर दिया है यानी अब ऑनलाइन आधार को रिप्रिंट नहीं करा सकेंगें.

अगर आपके पास भी आधार कार्ड (Aadhaar card) है और आप उसमें कुछ अपडेट कराना चाहते हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है... UIDAI की ओर से यूजर्स को कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. आधार में जन्मतिथि, नाम अपडेट कराने से लेकर नया आधार बनवाने तक के लिए आपको ऑनलाइन सुविधा दी जाती है, लेकिन हाल ही में UIDAI ने आधार रिप्रिंट कराने की सुविधा को बंद कर दिया है यानी अब ऑनलाइन आधार को रिप्रिंट नहीं करा सकेंगें.

UIDAI ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी है. आधार हेल्प सेंटर ने एक कस्टमर की इंक्वॉयरी पर बताया आधार रिप्रिंट कराने की सर्विस को बंद कर दिया गया है. भावेश पटेल ने अपने ट्वीट में आधार को टैग करके लिखा कि uidai की वेबसाइट पर Aadhaar reprint सर्विस विजिबल नहीं है.

इस ट्वीट के रिप्लाई में UIDAI ने लिखा कि प्रिय निवासी, ऑर्डर आधार रिप्रिंट सर्विस को बंद कर दिया गया है. आप इसके बजाय आधार पीवीसी कार्ड ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं. आप अपने ई-आधार का प्रिंट भी ले सकते हैं यदि आप इसे एक लचीले कागज प्रारूप में रखना चाहते हैं.

कैसे बनवा सकते हैं पीवीसी आधार कार्ड?

इसके लिए आपको UIDAI की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा. जिसके बाद 'My Aadhaar' सेक्शन में जाकर 'Order Aadhaar PVC Card' पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपको अपने आधार का 12 डिजिट का नंबर या 16 डिजिट का वर्चुअल आईडी या 28 डिजिट का आधार एनरोलमेंट आईडी (EID) डालना होगा. इसके बाद आपके सामने सिक्योरिटी कोड या कैप्चा आएगा जिसे आपको भरना होगा. जिसे भरते ही ​Send OTP का ऑप्शन एक्टिव हो जाएगा. वहां आपको क्लिक करना है, और ओटीपी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त होगा, जहां से उसे देखकर ओटीपी वाले सेक्शन में भरना होगा. इसके बाद आप ऑनलाइन फार्म को सममिट कर सकते हैं.

इस पूरी प्रोसेस के बाद आपके सामने स्क्रीन पर पीवीसी आधार कार्ड का प्रीव्यू होगा साथ ही इसमें नीचे पेमेंट का ऑप्शन भी दिखाई देगा. जिस पर क्लिक करने से आप पेमेंट मोड़ में चले जाएगे. जिसके जरिए आपको 50 रुपये फीस जमा करनी होगी. इसके बाद आपकी आधार पीवीसी कार्ड का ऑर्डर प्रोसेस पूरा हो जाएगा. पूरी प्रोसेस कंप्लीट हो जाने के बाद यूआईडीएआई 5 दिन के अंदर आधार प्रिंट करके भारतीय डाक को सुपुर्द कर देगा. इसके बाद डाक विभाग स्पीड पोस्ट के जरिए उसे आपके घर तक पहुंचा देगाआधार कार्ड अपडेट 

 

 

 

 

आपके पास प्रधानमंत्री जन-धन योजना खाता हैफिर आप भी होंगे 500-1000 रुपये लाभ

 

 

 जन-धन योजना में बड़े पैमाने पर खाते खुले थे। यह खाता जीरो बैलेंस पर खुला था। पिछले साल कोरोना में सबको एक-एक हजार रुपये आर्थिक मदद के रूप में मिले थे लेकिन अब इसमें 1.3 लाख रुपये का लाभ भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री जन-धन योजना में बड़े पैमाने पर खाते खुले थे। यह खाता जीरो बैलेंस पर खुला था। पिछले साल कोरोना में सबको एक-एक हजार रुपये आर्थिक मदद के रूप में मिले थेलेकिन अब इसमें 1.3 लाख रुपये का लाभ भी मिलेगा।

 

इस योजना में गरीब से गरीब व्यक्ति को खाता खोलने की सुविधा दी गई थी। इसमें दुर्घटना बीमा सहित 1.30 लाख रुपये तक का लाभ मिलता है। खाताधारक को एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा तो मिलता ही है, 30 हजार रुपये का साधारण बीमा भी मिलता है। भगवान ना करेयदि खाताधारक की दुर्घटना हो जाती हैतो साधारण बीमा मद से 30 हजार रुपये तत्काल लाभ मिलेगा। यदि दुर्घटना में खाताधारक की मौत हो जाती हैतो खाताधारक के वारिस को एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता है। खाताधारक को दो लाख रुपये तक दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाता हैलेकिन विशेष परिस्थिति में। इसमें इस बात की बाध्यता …

 खाताधारक की तरह मिलता लाभ

 

प्रधानमंत्री जन-धन खाताधारक को सामान्य खाताधारक की तरह सभी लाभ मिलते हैं। जैसे आप चाहें तो इस खाते से कर्ज भी ले सकते हैं। अलग से भी बीमा करा सकते हैं और पेंशन भी मिलता है। आपको एटीएम कार्ड भी मुफ्त में मिलेगा। इससे आप शॉपिंग भी कर सकते हैं। 10 हजार रुपये तक ओवरड्राफ्ट भी मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि यह खाता अब भी खुल रहा है। आप इसके लिए अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर या बैंक मित्र से संपर्क करके खाता खोल सकते हैं।

 बैंक में भी खोल सकते हैं खाता

 

वैसे तो यह खाता सरकारी बैंकों में ज्यादा खोले जा रहे हैंलेकिन निजी बैंक भी आपका खाता खोलेंगे। यदि आपके पास पहले से कोई बचत खाता हैतो उसे अपनी आय का प्रमाणपत्र दिखाकर जन-धन खाता में बदल सकते हैं। यह खाता दस वर्ष 

 

देश के करोड़ों किसानों को कृषि संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम चला रही है। 2019 के बजट में घोषित इस योजना के तहत सरकार हर योग्य किसान के खाते में साल में बार 2000 हजार रुपये के हिसाब से साल में 6000 रुपये जमा करती है। अभी तक सरकार किस्तें जारी कर चुकी है। आखिरी किस्त दिसंबर 2020 में जारी हुई थी। अब अप्रैल से किसानों के खाते में 2000 रुपये की आठवीं किस्त आने वाली है। इस प्रकार 8वीं किस्त के साथ किसानों के खाते में 16000 रुपये आ जाएगी। 

 8वीं किस्त से पहले यह जान लेना जरूरी है कि कहीं आपका नाम लिस्ट से बाहर तो नहीं हो गया है। कई किसानों की किस्त या तो लटकी है या फिर पेमेंट फेल हो गया है। पिछले साल 25 दिसंबर को मोदी सरकार ने करोड़ किसानों के खातों में 18000 करोड़ रुपये किस्त के रूप में डाली थी। आठवीं किस्त होली के आसपास आ सकती है।

मार्च तक करीब लाख किसानों के खातों में 7वीं किस्त नहीं पहुंची है। ये आंकड़े पीएम किसान पोर्टल के हैं। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसानों की संख्या है। यहां 168183 किसानों की सातवीं किस्त पेंडिग है जबकि 49357 किसानों का पेमेंट फेल हो चुका है। किसानों का पेमेंट लटकने के मामले में दूसरा स्थान राजस्थान का है। यहां 11346 किसानों का पेमेंट पेंडिंग है। पेमेंट फेल होने के मामले में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है। यहां 28422 किसानों का पेमेंट फेल चुका है। तीसरे नंबर पर महराष्ट्र हैजहां 25517 किसानों के खातों में भेजी गई 7वीं किस्त नहीं पहुंची है।की उम्र के ऊपर किसी नाबालिग के नाम से भी खुल सकता हैइसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। बस उसका आधार कार्ड होना चाहिए। यदि आप मजदूर हैं तो जॉब कार्ड दिखाना होगा

 

 

 

 

 

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